मंदिर की बात करो या मस्जिद की मूराद करो
राम रहीम जीजास अल्लाह एक ही है बस दिल से फ़रियाद करो
बिल्डिंग इम्मारत ,घर महल पर क्या लड़ते हो सब
इंसानियत ही एकलौता धर्म है बस दिल से इतना याद करो
राम नहीं कहते मंदिर बनाओ
न अल्लाह को ख्वाइश है मस्जिद की
ये सब तो बेकार की बाते है
बस हिन्दू मुस्लिम की ज़िद की
रब ने तो एक खूबसूरत इंसानो की दुनिया को बनाया था
हम खुद अपनी अपनी ज़ात बाँट गाय
भूल कर इस बात को सब उसके बच्चे है हम
तू हिन्दू तू मुस्लिम कह कर एक दूजे को काट गाय
क्यों लड़ते हो ज़मीन के टुकड़े के लिए ,ये पूरा उसका ही ज़हान है
कुछ रोज़ की ज़िन्दगी है जी लो प्यार और इंसानियत से
मरकर जिससे मिले ,पास जिसके तुझे जाना है
वही तेरा अल्लाह ,वही तेरा भगवान् है .....
राम रहीम जीजास अल्लाह एक ही है बस दिल से फ़रियाद करो
बिल्डिंग इम्मारत ,घर महल पर क्या लड़ते हो सब
इंसानियत ही एकलौता धर्म है बस दिल से इतना याद करो
राम नहीं कहते मंदिर बनाओ
न अल्लाह को ख्वाइश है मस्जिद की
ये सब तो बेकार की बाते है
बस हिन्दू मुस्लिम की ज़िद की
रब ने तो एक खूबसूरत इंसानो की दुनिया को बनाया था
हम खुद अपनी अपनी ज़ात बाँट गाय
भूल कर इस बात को सब उसके बच्चे है हम
तू हिन्दू तू मुस्लिम कह कर एक दूजे को काट गाय
क्यों लड़ते हो ज़मीन के टुकड़े के लिए ,ये पूरा उसका ही ज़हान है
कुछ रोज़ की ज़िन्दगी है जी लो प्यार और इंसानियत से
मरकर जिससे मिले ,पास जिसके तुझे जाना है
वही तेरा अल्लाह ,वही तेरा भगवान् है .....
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