दूर तू है अगर तो पास मै भी नहीं
आइना है अगर तू तो राज़ मै भी नहीं
कुछ बाते थी कुछ हालात थे अलग से
गलत नहीं था तू ,और सही मै भी नहीं
रस्ते ही अलग थे अपने और कुछ नहीं बस
अगर रूठा नहीं था तू ,तो टूटी मै भी नहीं
एक अजाब सी खामोशी थी दरमियाँ अपने
चुप हो गया था तू ,और बोली मै भी नहीं
गलतफहमियाँ बढ़ गई थी अपने बीच पर मालूम था
पूरा झूठ नहीं था तू ,और पूरा सच मै भी नहीं
कशिश और चाहतों की इस दुनिया में सिर्फ
एक सपना नहीं था तू ,और पूरी हक़ीक़त मै भी नहीं
गलतिया होती है सबसे ,पर तू मानता तो ..जो गलती न करे
वो भगवान तू भी नहीं ,और जो माफ़ न कर सके वो इंसान मै भी नहीं
आइना है अगर तू तो राज़ मै भी नहीं
कुछ बाते थी कुछ हालात थे अलग से
गलत नहीं था तू ,और सही मै भी नहीं
रस्ते ही अलग थे अपने और कुछ नहीं बस
अगर रूठा नहीं था तू ,तो टूटी मै भी नहीं
एक अजाब सी खामोशी थी दरमियाँ अपने
चुप हो गया था तू ,और बोली मै भी नहीं
गलतफहमियाँ बढ़ गई थी अपने बीच पर मालूम था
पूरा झूठ नहीं था तू ,और पूरा सच मै भी नहीं
कशिश और चाहतों की इस दुनिया में सिर्फ
एक सपना नहीं था तू ,और पूरी हक़ीक़त मै भी नहीं
गलतिया होती है सबसे ,पर तू मानता तो ..जो गलती न करे
वो भगवान तू भी नहीं ,और जो माफ़ न कर सके वो इंसान मै भी नहीं
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